रांची न्यूज डेस्क: आदिवासी छात्र संघ और ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के सदस्यों ने गुरुवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में विरोध जताते हुए तालाबंदी कर दी। आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष अमृत मुंडा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय, जो शिक्षा का मंदिर होना चाहिए, उसे धार्मिक अखाड़ा बनाया जा रहा है। उनका कहना था कि छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है और विरोध प्रदर्शनों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
छात्र संघ का आरोप है कि अगर छात्र किसी भी गतिविधि के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुमति मांगते हैं तो उनकी बात सुनी नहीं जाती, जबकि बाहरी संगठनों को खुली छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह पक्षपातपूर्ण रवैया विशेष धर्म को बढ़ावा देने जैसा है, जिससे माहौल बिगड़ सकता है। इसी के विरोध में गुरुवार को छात्रों ने विश्वविद्यालय में तालाबंदी की और अपनी नाराजगी जाहिर की।
प्रदर्शन के दौरान दीपिका कच्छप, सोनम लकड़ा, अभिषेक राज, सुनील सोरेन, बादल भोक्ता, वसीम अंसारी, सोनू ताती, रंजन महतो, अमृत टोप्पो, रिकी राज, सुभाष मुंडा समेत कई अन्य सदस्य मौजूद रहे। उन्होंने प्रशासन के रवैये की निंदा करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।