रांची न्यूज डेस्क: सिरमटोली फ्लाईओवर विवाद को लेकर 30 मार्च को हुए प्रदर्शन और पुलिस झड़प मामले में बड़ी राहत मिली है। झारखंड पुलिस मुख्यालय ने रांची पुलिस को निर्देश दिया है कि इस मामले में दर्ज एफआईआर पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जाए। सरकार ने डीजीपी को निर्देश दिया कि यह घटना सरहुल पर्व से जुड़ी भावना का हिस्सा है, इसलिए इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ कोई कानूनी कदम न उठाया जाए। आदेश मिलने के बाद डीजीपी ने वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया।
30 मार्च को फ्लाईओवर रैंप हटाने की मांग को लेकर कुछ लोगों ने जुलूस निकाला था, जिसके दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की की। हालात बिगड़ने के बावजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने संयम बनाए रखा और शांति व्यवस्था बहाल रखने की कोशिश की। इसके बावजूद चुटिया थाना, रांची में इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस के साथ हाथापाई करने और जवान की राइफल छीनने की कोशिश करने जैसी धाराएं लगाई गई थीं।
एफआईआर में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव समेत 21 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें शनि हेंब्रम, मधु रजक, कुंदरसी मुंडा, निरंजना हेरेंज, मनोज कुमार महतो, पवन तिर्की, रवि मुंडा, राहुल तिर्की, आकाश तिर्की, अजय टोप्पो और कई अन्य लोग शामिल हैं। हालांकि, पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद फिलहाल इस मामले में किसी के खिलाफ आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी। सरकार के इस फैसले से प्रदर्शनकारियों को बड़ी राहत मिली है, जबकि प्रशासन मामले के समाधान के लिए आगे की रणनीति पर विचार कर रहा है।