रांची न्यूज डेस्क: झारखंड पुलिस गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के लिए पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे किसी भी असामाजिक तत्व या नक्सली संगठन के दुष्प्रभाव से बचने के लिए सतर्कता बरतें। राज्य में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और पुलिस ने खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
नक्सली संगठन, जो अक्सर गणतंत्र दिवस के दौरान काला झंडा फहराने और हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, उनके खिलाफ झारखंड पुलिस ने अतिरिक्त सतर्कता बरती है। विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस की गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस ने नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए हैं, जिसमें भाकपा माओवादियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सुरक्षा के मामले में राज्य की राजधानी रांची और उपराजधानी दुमका पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन दोनों शहरों में गणतंत्र दिवस समारोह विशेष होते हैं। रांची में राज्यपाल झंडा फहराएंगे, जबकि दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ध्वजारोहण करेंगे। इन समारोहों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है और ट्रैफिक के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि समारोह शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हो सके।
रांची में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य आयोजन के लिए मोरहाबादी मैदान को चुना गया है। यहां सुरक्षा के लिए 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, सादे लिबास में भी पुलिसकर्मी पूरे क्षेत्र में गश्त करते रहेंगे, ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके। पुलिस बल के अलावा, सड़कों पर अतिरिक्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, यानी 23 जनवरी से ही, रांची जिला में सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया था। पीसीआर व पेट्रोलिंग पार्टी के साथ-साथ थाना गश्ती भी लगातार सड़कों पर अपनी निगरानी रख रही है। इस दौरान रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा खुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं और किसी भी समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों को यह भी आदेश दिया है कि वे होटल और रेलवे स्टेशन के आस-पास के क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें। इन स्थानों पर रात के समय सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता चल सके और उसे रोका जा सके। इस सब के बीच, पुलिस की उच्च स्तरीय तैयारी और सक्रियता यह सुनिश्चित कर रही है कि झारखंड में गणतंत्र दिवस का उत्सव पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
राज्य पुलिस की पूरी रणनीति इस बात पर केंद्रित है कि न केवल नक्सलियों बल्कि किसी भी असामाजिक तत्व को राज्य के अंदर घुसने और दहशत फैलाने का मौका न मिले। इसके लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर हर गतिविधि पर नजर रख रही हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को पहले ही रोका जा सके।