रांची न्यूज डेस्क: वन विभाग को सूचना मिली थी कि जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के एक घर में बंदर को कैद करके रखा गया है। पिछले कुछ दिनों से वन विभाग की टीम और पुलिस मिलकर बंदर का रेस्क्यू करने की कोशिश कर रहे थे। जब टीम ने क्वार्टर नंबर 1442 में प्रवेश करने की कोशिश की, तो घर के गेट को बार-बार खोलने की कोशिश की गई, लेकिन गेट नहीं खोला गया। इस गेट को तार के जाल से बंद किया गया था, जिसमें करंट लगा हुआ था। हालांकि, रेस्क्यू टीम ने लाठी डंडे से तार को हटाकर घर में प्रवेश किया।
जैसे ही वन विभाग की टीम और पुलिस घर में दाखिल हुए, आरोपित देवाशीष पाल ने पालतू कुत्ते छोड़ दिए, जिससे टीम को कुत्तों से बचने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इसके बाद जब टीम ने बंदर को रेस्क्यू करने की कोशिश की, तो देवाशीष ने डंडे से हमला कर दिया और मिर्च पाउडर फेंक दिया, जिससे पुलिस और वन विभाग की टीम के सदस्यों को आंखों में जलन हुई। इस दौरान देवाशीष ने एसआई पंकज कुमार पर भी डंडे से वार किया और फिर झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए बंदर के साथ छत से कूदकर फरार हो गया।
इस मामले में वन विभाग के अधिकारी राहुल मंगली ने आरोपी देवाशीष पाल के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के उल्लंघन और टीम पर हमले के आरोप में जगन्नाथपुर थाने में मामला दर्ज कराया है। इस घटना ने वन विभाग और पुलिस टीम के लिए गंभीर समस्याएँ उत्पन्न की हैं, और आरोपी की तलाश जारी है।