रांची न्यूज डेस्क: रांची का पिपलेश्वर महादेव मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, रहस्यमयी घटनाओं और मान्यताओं का अद्भुत संगम भी है। मान्यता है कि यहां नाग देवता का वास है और वे समय-समय पर भक्तों को अपने दर्शन भी देते हैं। पूजा कुमारी जैसी महिलाओं की कथाएं लोगों को हैरान कर देती हैं, जिन्हें सांप ने काटा तो जरूर, लेकिन उनका जीवन वैसा ही चलता रहा। पूजा का मानना है कि यह चमत्कार पिपलेश्वर महादेव की कृपा से ही संभव हुआ।
नामकुम के पुराने पुल से भी इस जगह की दिलचस्प कथा जुड़ी है। जब पुल बार-बार गिरता रहा, तब एक इंजीनियर को सपने में आदेश मिला कि शिवलिंग और नाग-नागिन की मूर्ति स्थापित की जाए। ऐसा होते ही पुल मजबूती से टिक गया और तब से यह पुल रांची की जीवनरेखा बना हुआ है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में नाग देवता और महादेव की पूजा की विशेष मान्यता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर में तोड़फोड़ के बाद खुद नाग देवता शिवलिंग से लिपट गए थे, जैसे चेतावनी देने आए हों। इसके बाद मंदिर की मरम्मत हुई और नाग देवता की कृपा बनी रही। हाल ही में तब और भी आश्चर्य हुआ, जब शिवलिंग पर रखा कृत्रिम नाग चोरी हो गया और उसकी जगह एक जीवित नाग आकर लिपट गया। इस घटना ने लोगों की आस्था को और मजबूत कर दिया।
आज भी सावन में हजारों श्रद्धालु इस रहस्यमयी शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी हर मुराद पूरी होती है। पिपलेश्वर महादेव और नाग देवता की यह आस्था रांची और आसपास के लोगों के दिलों में गहरी पैठ बना चुकी है।