रांची न्यूज डेस्क: झारखंड की राजधानी रांची में प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा गैंग का गठजोड़ अब न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए खतरा बन गया है। रांची पुलिस की जांच में सामने आया है कि ये दोनों गिरोह अपराध की दुनिया से आगे बढ़कर आतंक के कारोबार में भी शामिल हो गए थे। ये गैंग पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार मंगवाते और हवाला चैनल से पैसा यूएई होते हुए पाकिस्तान भेजते थे। इस कनेक्शन में सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा समेत 14 लोगों के नाम सामने आए हैं। इनके खिलाफ यूएपीए (UAPA 1967) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जांच में खुलासा हुआ है कि प्रिंस खान पाकिस्तान से हथियारों का ऑर्डर देता और पैसा भेजता था, जबकि हथियारों की अंतिम डिलीवरी लड़कियों द्वारा की जाती थी। पुलिस ने बताया कि दोनों गैंग के गुर्गों ने व्यवसायियों को धमकी देने के लिए जंगी ऐप का इस्तेमाल किया। ऐप पर व्यवसायियों के नंबर दिए जाते और रंगदारी का खेल शुरू होता था। व्यवसायियों को धमकी भरे वीडियो भेजे जाते, जिससे उन्हें डराकर पैसे वसूले जाते।
इस मामले में कुल 14 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें कुख्यात प्रिंस खान, सुजीत सिन्हा, रिया सिन्हा, बबलू खान, रवि आनंद, मो. शाहीद, मो. सेराज, जितेश कुमार, संतोष मिश्रा, मयंक कुमार, राजू महतो, सुमित वर्मा, अभिषेक कुमार राम और मुदस्सिर शामिल हैं। पुलिस ने इनके पाकिस्तान से जुड़े आतंक संगठनों के तार भी पकड़े हैं और टेरर फंडिंग के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है।
रांची पुलिस का यह खुलासा झारखंड में अपराध और आतंक के गठजोड़ की भयावह तस्वीर सामने लाता है। सवाल यह है कि जेल में बैठे गैंगस्टर और विदेश में बैठे साथी हथियार और फंडिंग का सौदा कर सकते हैं, तो सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी कहां चूक रही है। प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा का यह गठजोड़ झारखंड और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है।