रांची न्यूज डेस्क: रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डा में अब क्षेत्र के कुशल कारीगरों और हस्तशिल्प उत्पादकों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय के लिए जगह दी जाएगी। यह पहल ‘वन एयरपोर्ट वन प्रोडक्ट’ (OAOपी) योजना के तहत होगी। इस योजना के तहत इच्छुक स्वयं सहायता समूह (SHG) आवेदन देकर एयरपोर्ट के अंदर स्टॉल हासिल कर सकते हैं।
सोहराय-कोहबर पेंटिंग अनिवार्य
योजना में चयनित समूहों के लिए झारखंड की पारंपरिक लोक कला सोहराय-कोहबर पेंटिंग का प्रदर्शन और बिक्री करना अनिवार्य होगा। इससे विमान यात्री झारखंड की समृद्ध कला और हस्तशिल्प संस्कृति से रूबरू होंगे।
आवेदन प्रक्रिया
स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री के लिए 13 अक्टूबर से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र बिरसा मुंडा हवाई अड्डा, रांची के निदेशक कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं।
यह पहल न केवल स्थानीय कला और हस्तशिल्प को बढ़ावा देगी, बल्कि स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का भी अवसर प्रदान करेगी।