रांची न्यूज डेस्क: दीपावली (21 अक्टूबर) के नजदीक आते ही रांची से अन्य शहरों में काम करने वाले लोगों की घर वापसी की तैयारियों में बड़ी मुश्किलें सामने आ रही हैं। रांची-दिल्ली और रांची-पटना जैसे मुख्य रेल मार्गों पर सीटों की कमी, लंबी वेटिंग लिस्ट और बढ़ा हुआ किराया यात्रियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
रांची-दिल्ली रूट की प्रमुख ट्रेनों में स्थिति बेहद गंभीर है। राजधानी एक्सप्रेस की थर्ड एसी में 18 अक्टूबर से वेटिंग 100 के पार पहुंच चुकी है, जबकि स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस की थर्ड एसी में 17 अक्टूबर से लंबी वेटिंग बनी हुई है। गरीब रथ में कोटा सीमित होने के कारण टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। रांची-आनंद विहार स्पेशल ट्रेन में टिकट उपलब्ध हैं, लेकिन बुकिंग का दबाव तेजी से बढ़ रहा है।
रांची-पटना मार्ग पर भी यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पाटलिपुत्र एक्सप्रेस में 15 अक्टूबर से वेटिंग शुरू हो गई थी, वहीं रांची-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन में 18 अक्टूबर से लंबी वेटिंग है। हटिया-आईपीआर एक्सप्रेस में भी सीट उपलब्धता कम होने की आशंका जताई जा रही है। कई यात्रियों ने शिकायत की कि टिकट खुलते ही आरक्षण करने की कोशिश के बावजूद उन्हें ‘रिग्रेट’ या वेटिंग फुल का मैसेज मिला।
बढ़ी हुई वेटिंग और 20-30 प्रतिशत तक बढ़ा किराया यात्रियों के बजट पर भारी पड़ रहा है। रेलवे में सीट न मिलने के कारण लोग अब बस या कोच जैसी वैकल्पिक सुविधाओं की ओर रुख कर रहे हैं, लेकिन लंबी यात्रा और सीमित सुविधाओं के कारण बुजुर्गों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निजी वाहनों और साझा टैक्सी की मांग बढ़ने से किराया भी अधिक हो गया है। प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाकर असुविधा से बचें।