रांची न्यूज डेस्क: ईडी रांची जोन के उप निदेशक देवव्रत झा का कोलकाता ट्रांसफर कर दिया गया है। वे रांची में कई बड़े मामलों की जांच कर रहे थे, जिनमें जमाीन घोटाला और अवैध पत्थर खनन जैसे विवादित मामले शामिल थे। देवव्रत झा के स्थान पर अब अजय लुहाच को रांची में जेडी का कार्यभार सौंपा गया है। वहीं, ईडी रांची जोन के एक अन्य अधिकारी राजेश कुमार को डिप्टी डायरेक्टर के पद पर प्रोन्नति मिली है, जिसके लिए प्रवर्तन निदेशालय मुख्यालय ने आदेश जारी किए हैं।
इसके अलावा, एक और दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें चार्जशीटेड अधिकारी चिंटू दोराई बुरू को कार्मिक विभाग में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी गई है। उन्हें अधिकारियों की प्रोन्नति और आरोपों से संबंधित मामलों का कार्यभार सौंपा गया है, हालांकि यह बात चर्चा का विषय बन गई है क्योंकि सीबीआइ ने चिंटू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है और विशेष अदालत में सुनवाई जारी है।
चिंटू के खिलाफ सीबीआइ द्वारा चार्जशीट दायर करने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि किस आधार पर उन्हें अन्य अधिकारियों के आरोपों से संबंधित मामलों की जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस मामले में जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. दिलीप प्रसाद और अन्य 37 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है।
इस बीच, राज्य में नगर निकाय चुनाव की प्रक्रिया पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति पर निर्भर है। राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा ने सरकार से यह मांग की है कि रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्तियां की जाएं ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई रुकावट न आए। प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शहरी नगर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की तैयारी चल रही है, लेकिन संशय बना हुआ है कि चुनाव समय पर होंगे या नहीं।