रांची न्यूज डेस्क: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि चक्रवाती तूफान मोंथा अब एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे यह समुद्र में तेजी से आगे बढ़ रहा था। थाई भाषा में ‘मोंथा’ का मतलब होता है सुगंधित फूल, लेकिन यह तूफान अब कई राज्यों के लिए चुनौती बन गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा इस समय मछलीपत्तनम से लगभग 190 किमी दक्षिण-पूर्व में, काकीनाडा से 270 किमी दक्षिण-पूर्व में और विशाखापत्तनम से करीब 340 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। इसके मंगलवार की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की आशंका जताई गई है। हवाओं की रफ्तार 90 से 100 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है, जो कुछ जगहों पर 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
झारखंड में भी मोंथा का असर दिखने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मंगलवार को सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और गुमला में भारी बारिश हो सकती है, जबकि बुधवार को चतरा, गढ़वा, लातेहार और पलामू में बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं 30 और 31 अक्टूबर को गिरिडीह, कोडरमा, लोहरदगा, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहेबगंज के कुछ इलाकों में भी बारिश तेज हो सकती है।
IMD ने प्रशासन को अलर्ट रहने और लोगों को समुद्र तट के पास जाने से बचने की सलाह दी है। साथ ही किसानों को फसल की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की अपील की गई है। तटीय इलाकों में राहत दलों को भी तैयार रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।