रांची न्यूज डेस्क: रांची के सिरमटोली में सरहुल उत्सव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के आगमन पर विरोध प्रदर्शन से माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुछ आदिवासी संगठनों ने फ्लाईओवर के रैंप को हटाने की मांग को लेकर काले झंडे दिखाए और काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इस पर आदिवासियों के दूसरे गुट ने आपत्ति जताई, जिससे दोनों पक्षों में बहस और झड़प हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित किया, जिसके बाद मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने सुरक्षा घेरे में सरना स्थल पर पूजा संपन्न की।
इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव कर रही थीं, जबकि केंद्रीय सरना समिति के नेता अजय तिर्की और उनके समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। तिर्की का आरोप था कि कुछ लोग त्योहार के दौरान जानबूझकर विवाद खड़ा कर रहे हैं और इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है। विरोध करने वाले संगठनों का कहना है कि फ्लाईओवर का रैंप सरना स्थल के बहुत करीब बना दिया गया है, जिससे धार्मिक आयोजनों में बाधा उत्पन्न हो रही है और उनकी आस्था पर आघात पहुंचा है।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निर्माणाधीन रैंप को छोटा करने का फैसला लिया था और इसका एक हिस्सा तुड़वा दिया था। हालांकि, आदिवासी संगठन इसे पूरी तरह से हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। इससे पहले 30 मार्च को भी गीताश्री उरांव के नेतृत्व में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर विरोध जताया था, जिस पर पुलिस ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। प्रशासन इस मुद्दे के समाधान के प्रयास में जुटा हुआ है ताकि किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।