रांची न्यूज डेस्क: रांची के लटमा चोरिया रोड स्थित नागेश्वर एन्क्लेव में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक महिला और उसके दो बच्चों ने फंदे से झूलकर जान दे दी। मृतकों की पहचान 36 वर्षीय संयुक्ता सिंह, उनकी 14 वर्षीय बेटी आराध्या सिंह और 12 वर्षीय बेटा आरव सिंह के रूप में हुई है। पुलिस को शक है कि यह आत्महत्या तीन-चार दिन पहले हुई थी, क्योंकि शवों से तेज दुर्गंध आ रही थी। शुरुआती जांच में आर्थिक तंगी और पति-पत्नी के बीच अनबन को मुख्य वजह माना जा रहा है।
पुलिस के अनुसार संयुक्ता मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी और पति ब्रजेश सिंह से विवाद के बाद अलग रह रही थी। ब्रजेश 31 जुलाई को बच्चों से आखिरी बार फोन पर बात कर पाए थे। इसके बाद कई दिनों तक बात न होने से चिंतित होकर 2 अगस्त को रांची आए और न्यायालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें पत्नी द्वारा बार-बार आत्महत्या की धमकी देने का जिक्र किया गया था।
शनिवार रात ब्रजेश पुलिस के साथ अपने फ्लैट पहुंचे, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। काफी आवाज देने पर भी प्रतिक्रिया न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य बेहद भयावह था—एक कमरे में आराध्या और आरव पंखे से लटके मिले, जबकि दूसरे कमरे में संयुक्ता ने भी फंदा लगा लिया था। पुलिस ने तीनों शवों को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा।
फ्लैट के गार्ड ने बताया कि परिवार के तीनों सदस्य दो-तीन दिन से घर से बाहर नहीं निकले थे। पुलिस ने एफएसएल टीम को बुलाकर सैंपल जुटाए और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। हटिया डीएसपी पीके मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मानसिक तनाव और आर्थिक परेशानी की वजह से यह कदम उठाने की बात सामने आई है।