रांची न्यूज डेस्क: झारखंड के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की ताजा रिपोर्ट से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन राजधानी रांची अब भी सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है। जमशेदपुर और धनबाद में भी हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया है, लेकिन तीनों शहरों का AQI अब भी 150 से ऊपर बना हुआ है, जो स्वस्थ हवा की श्रेणी में नहीं आता। पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार, जमशेदपुर का AQI 165, रांची का 164 और धनबाद का 154 दर्ज किया गया। आज के अनुमान के मुताबिक, रांची में AQI 160, जमशेदपुर में 154 और धनबाद में 152 रह सकता है।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ज्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है। लोगों को बाहर निकलने पर मास्क पहनने, ट्रैफिक में सतर्क रहने और घरों की खिड़कियां व दरवाजे बंद रखने की सलाह दी गई है ताकि धूलकण घर के अंदर न जाएं। प्रदूषण के असर को कम करने के लिए एयर प्यूरीफायर लगाने और बच्चों को खुले मैदानों या धूलभरी जगहों पर खेलने से रोकने की भी हिदायत दी गई है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार, 0 से 50 के बीच की हवा अच्छी मानी जाती है, 51 से 100 के बीच हवा सामान्य रहती है, लेकिन 101 से 200 के बीच प्रदूषित श्रेणी में आ जाती है। 201 से 300 के बीच हवा अस्वस्थ्य (Unhealthy) मानी जाती है, जबकि 301 से 400 के बीच यह बेहद खतरनाक हो जाती है। 401 से 500 के बीच हवा डेंजर जोन में आती है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, झारखंड में बढ़ते शहरीकरण और वाहनों की संख्या में इजाफे के चलते हवा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।