वाराणसी न्यूज डेस्क: चोलापुर थाना क्षेत्र के गुरवट गांव, वाराणसी में मंगलवार रात दंपती का शव मिलने की घटना की सच्चाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, पहले हत्यारों ने संतोष सिंह का गला लोअर के नाड़े से कसकर उनकी हत्या की और फिर उनकी पत्नी आरती को फावड़े से वार कर मौत के हवाले कर दिया।
हत्यारों ने बड़ी चतुराई से वारदात को अंजाम दिया और इसे ऐसा रूप दिया कि लगे जैसे पति-पत्नी के झगड़े के बाद हत्या-आत्महत्या हुई हो। घटनास्थलों से तीन-चार लोगों के फिंगरप्रिंट मिलने के बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी है। इस मामले में संपत्ति और पारिवारिक विवाद हत्या का कारण हो सकता है।
मृतका आरती के पिता ने पहले ही अपने दामाद संतोष के खिलाफ बेटी की हत्या का आरोप लगाकर पुलिस में केस दर्ज कराया था। अब, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस घटना ने एक नया मोड़ ले लिया है। डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने दो टीमें बनाकर सभी के फोन नंबर की कॉल डिटेल्स की जांच की है। मंगलवार सुबह चोलापुर थाना क्षेत्र में दंपती के शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। महिला का शव घर में मिला, जबकि उसके पति का शव एक किमी दूर खेत के पास सड़क पर बरामद हुआ था। पहले यह कहा गया था कि पति ने विवाद के चलते पत्नी की हत्या की और फिर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मृतका के पिता बाबूलाल की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया, जिसमें दामाद संतोष को आरोपी बनाया गया था। बुधवार शाम को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी कहानी पलट दी, जिसमें स्पष्ट हुआ कि आरती की हत्या उसके पति ने नहीं, बल्कि तीन-चार लोगों ने मिलकर की थी। क्राइम ब्रांच की टीम संतोष और आरती की मोबाइल कॉल डिटेल्स की भी जांच कर रही है।
अंबेडकर नगर के जैतपुर थाना क्षेत्र के पूराबदलही दक्षिण पोस्ट निवासी संतोष सिंह उर्फ गुड्डू सिंह (45) की पहली शादी 1996 में तारा देवी से हुई थी। उनके तीन बेटे अजय सिंह, अमर सिंह, और विपिन सिंह हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि संतोष पांच महीने घर पर रहने के बाद सोमवार को बस से चोलापुर आया था। संतोष का घर से अच्छा संबंध था और वह नियमित रूप से घर के खर्च में योगदान करता था। परिजनों के अनुसार, संतोष के घर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित नसीरपुर थाना जैतपुर अंबेडकर नगर की आरती उर्फ रूपकली ने 2007 में संतोष से प्रेम विवाह किया था। आरती ऑर्केस्ट्रा में काम करती थी और दोनों की मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी।
संतोष और आरती की हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा ने थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की दो टीमों को मामले की जांच में लगा दिया है। एक टीम अंबेडकरनगर में और दूसरी चोलापुर में जांच कर रही है। डीसीपी ने मृतकों और उनके परिवार के कॉल डिटेल्स भी प्राप्त किए हैं। जांच टीम आरती के परिवार, रिश्तेदारों, और संतोष के बेटों से पूछताछ कर रही है और अंबेडकर नगर में संतोष के आगमन के बाद की घटनाओं की भी छानबीन कर रही है।