रांची न्यूज डेस्क: झारखंड में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई हुई है। मंगलवार तड़के ईडी की टीम ने रांची के लालपुर स्थित हरिओम टावर में राजबीर कंस्ट्रक्शन के दफ्तर समेत कांके और हटिया इलाके में कंपनी से जुड़े अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई तेतुलिया वन भूमि घोटाले से जुड़ी है, जिसके तहत झारखंड और बिहार के कुल 15 ठिकानों पर रेड डाली गई। इस घोटाले में सरकारी जमीनों के फर्जी तरीके से हस्तांतरण और उपयोग का मामला सामने आया है।
बोकारो के तेतुलिया मौजा स्थित जमीन से जुड़े इस मामले में भी ईडी की छापेमारी जारी है। उमायुष मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड किशोर किस्कू के आवास, रैयत इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन के घरों और संबंधित दफ्तरों पर कार्रवाई की गई है। जमीन के जिस प्लॉट (खाता नंबर 59, प्लॉट नंबर 426/450) को लेकर यह कार्रवाई हुई, वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदी-बेची गई बताई जा रही है। यह वन विभाग की जमीन थी जिसे भू-माफियाओं ने गलत तरीके से निजी स्वामित्व में दिखाकर सौदेबाजी की।
यह मामला साल 2022 में सामने आया था, जब बोकारो के कुछ प्रशासनिक अधिकारियों ने एक कंपनी को वन विभाग की 74.38 एकड़ जमीन सौंप दी। इसकी जड़ें 2013 के उस विवाद से जुड़ी हैं जब इस जमीन को वन भूमि के बजाय परती भूमि घोषित कर दिया गया था। इसके बाद एक व्यक्ति ने अपने 10 डिसमिल हिस्से को लेकर केस दायर किया, लेकिन फिर पीछे हट गया। 2021 में प्रभात खबर ने इस पूरे घोटाले का पर्दाफाश किया, जिससे सरकारी तंत्र में हलचल मच गई और जांच शुरू हुई। अब ईडी इस घोटाले की तह तक पहुंचने की कोशिश में है।