रांची न्यूज डेस्क: झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम थाना क्षेत्र में 15 दिसंबर को हुई मधुसूदन राय की हत्या का रांची पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि मधु राय की हत्या उन्हीं लोगों ने की है, जिन्होंने वर्ष 2008 में उनकी पत्नी की हत्या की थी। इस पूरे हत्याकांड की योजना उनके ही रिश्तेदार उमेश राय ने बनाई थी, जो जमीन विवाद से जुड़ी हुई थी। यह विवाद 8 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर था।
8 एकड़ जमीन को लेकर चले आ रहे विवाद ने आखिरकार मधुसूदन राय की जान ले ली। अपराधियों ने तीन बार हत्या की कोशिश की, जिसमें तीसरे प्रयास में वे सफल रहे। 2008 में हुए पहले हमले में मधु राय बच गए थे, लेकिन उनकी पत्नी की जान चली गई थी। इसके बाद 2016 में अपराधियों ने फिर उन पर हमला किया, जिसमें गोली लगने के बावजूद वे बच गए थे।
2024 में 15 दिसंबर को दिनदहाड़े अपराधियों ने मधुसूदन राय पर 10 गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जांच के लिए पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया था। करीब एक महीने की मेहनत के बाद पुलिस ने मानवेल खलखो, अशोक सिंह, राजकिशोर राय और दीपक कुमार राय को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इस मामले का मास्टरमाइंड उमेश राय, जो मधु राय का गोतिया है, अभी फरार है। उमेश 17 मामलों में वांछित है।
गौर करने वाली बात यह है कि हर हमले के बीच 8-8 साल का अंतराल रहा। पहला हमला 2008 में हुआ, दूसरा 2016 में और तीसरा 2024 में। यह पैटर्न अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि यह संयोग है या साजिश का हिस्सा। पुलिस इस कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है, जबकि उमेश राय की तलाश जारी है।