काशी विश्वनाथ धाम में पिछले 22 महीनो में 11.5 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई हाजरी

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Posted On:Friday, September 15, 2023

काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे पुराने और सबसे पवित्र शहरों में से एक है, जिसमें एक समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत है जो धर्म, कला, संगीत, साहित्य, वास्तुकला और बहुत कुछ तक फैली हुई है। काशी 2023 में G20 की भारत की अध्यक्षता में, "सतत विकास के लिए एक चालक के रूप में संस्कृति" विषय के साथ G20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक की मेजबानी कर रहा है। इसके साथ ही मुख्य आकर्षण काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तो की बढ़ती संख्या हैं जो कि नित नए कीर्तिमान स्थपित कर रही है। धाम के लोकार्पण के बाद से अब तक करीब 22 महीने में 11.72 करोड़ से ज्यादा भक्तों ने हाजिरी लगाई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बाबा के दरबार में सौ से अधिक बार बाबा के दरबार में मत्था टेक चुके हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम को धरातल पर उतारते हुए योगी सरकार ने विस्तारित धाम में भक्तों के हर छोटी-बड़ी जरूरतों का ध्यान रखा है। ताकि, श्रद्धालुओं को असुविधा न होने पाए। लोकार्पण के बाद हर महीने कम से कम 31 लाख से अधिक और अधिकतम 95 लाख से अधिक शिव भक्त देवो के देव महादेव के दरबार में शीश नवा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद से रोजाना धाम में लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आ रहे हैं।

वाराणसी नए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बनने के बाद निश्चित रूप से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना है। इस कॉरिडोर की विशेषता यह है कि यह गंगा के घाटों से सीधा मंदिर तक पहुंचने का मार्ग प्रदान करता है, जिससे पर्यटकों को सुविधा होती है। इस कॉरिडोर में 27 छोटे-बड़े मन्दिर, म्यूजियम, गैलरी, जलपान केंद्र, सिटी म्यूजियम, वाराणसी गैलरी, मुमुक्षु भवन, तीन यात्री सुविधा केंद्र, चार शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मल्टीपरपस हॉल, गंगा व्यू कैफे आदि सम्मिलित हैं।

श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि 13 दिसंबर 2021 को श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद से अब तक 11 करोड़ 72 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन बाबा के दर्शन किए हैं। गर्मी, ठंड और बरसात में श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए बेहतर से बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं। तेज धूप से बचाने के लिए जर्मन हैंगर, मैट, कूलर, पीने का पानी, सावन में दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क व्हीलचेयर, सभी के लिए चिकित्सा व्यवस्था आदि की व्यवस्था ने शिव भक्तों की मंदिर तक पहुंचने की राह आसान की है।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए दुकानों के इंतजाम भी किए गए हैं। धाम परिसर में फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट भी हैं जहां उचित दर पर बिना प्याज और लहसुन का शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलता है और व्रत की थाली भी उपलब्ध है। धाम परिसर में ही रुकने के लिए होटल और काशी दर्शन के लिए टूर पैकेज उपलब्ध हैं। मोक्ष की राह देख रहे वृद्धों के लिए निःशुल्क मुमुक्षु भवन की भी व्यवस्था की गई है।काशी विश्वनाथ मंदिर ही नहीं, पूरा कॉरिडोर प्रकाश से सराबोर होता है, क्योंकि 5,000 से अधिक LED लाइटें लगाई गई हैं, जो दिन, दोपहर और रात में अलग-अलग रंग में प्रकाशित होती हैं।


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