मुंबई, 21 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) ने म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली (MCD) चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी और दिल्ली के पार्टी अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। चुनाव 25 अप्रैल को होगा। पार्टी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने कहा कि भाजपा ने पहले भी MCD का चुनाव रुकवा दिया था। परिसीमन के दौरान वार्डों को इधर-उधर किया गया। परिसीमन के दौरान जबरदस्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार किया गया। इसके बावजूद चुनाव हारी और AAP की सरकार बनी। इसके बाद भी MCD बैठकों में भाजपा पार्षदों द्वारा खूब तमाशा किया गया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे पार्षदों को डराकर, धमकाकर, लालच देकर भाजपा अपने पाले में लाने की कोशिश में लगी हुई है। जिसके बाद हमने फैसला लिया है कि इस बार मेयर चुनाव में हम अपना उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। भारद्वाज ने कहा कि बगैर किसी बाधा के भाजपा अपना मेयर बना ले और चार इंजन की सरकार को बिना कोई बहाना बनाए चलाएं और दिल्लीवालों को काम करके दिखाएं। आप के इस फैसले के साथ ही दिल्ली मेयर के लिए भाजपा के उम्मीदवार का निर्विरोध निर्वाचन अब तय हो गया है।
इधर, AAP के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भाजपा ने मेयर और डिप्टी मेयर कैंडिडेट की घोषणा कर दी है। पार्टी ने सरदार राजा इकबाल सिंह को मेयर और जय भगवान यादव को डिप्टी मेयर कैंडिडेट बनाया है। दोनों आज नॉमिनेशन करेंगे। AAP ने भाजपा को MCD चुनाव में वॉकओवर दे दिया है। लेकिन चुनाव होता है तो बहुमत भी भाजपा के पक्ष में है। MCD में इस समय 238 पार्षद हैं। लोकसभा और राज्यसभा के सांसद, मनोनीत विधायक भी मिला लें तो कुल स्ट्रेंथ 262 पहुंचती है। यानी अपना मेयर बनाने के लिए 132 वोट की जरूरत है। भाजपा के 117 पार्षद, सात लोकसभा सदस्य और 11 मनोनित विधायकों के वोट मिला दें तो आंकड़ा 135 पहुंच रहा है, जो बहुमत से 3 ज्यादा है।