मणिपुर में लंबे समय से जारी अस्थिरता के बीच, भारतीय सेना और असम राइफल्स ने मंगलवार (4 नवंबर 2025) तड़के एक बड़ा और निर्णायक ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान, सेना की टुकड़ियों पर मिलिटेंट्स द्वारा गोलीबारी की गई, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में चार उग्रवादियों को मार गिराया।
खुफिया जानकारी पर हुई कार्रवाई
सेना ने यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी के आधार पर सुबह तड़के शुरू किया था। सेना और असम राइफल्स द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने तथा निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई थी। सर्च ऑपरेशन के दौरान, मिलिटेंट्स के ठिकाने पर पहुंचने पर उन्होंने सुरक्षा बलों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप चार मिलिटेंट्स मारे गए। ऑपरेशन के बाद इलाके से कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद होने की खबर है। सुरक्षा बल अभी भी आसपास के इलाकों में गहन तलाशी अभियान चला रहे हैं, ताकि किसी भी छिपे हुए उग्रवादी को पकड़ा जा सके या किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
निशाना बना UKNA उग्रवादी संगठन
सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन मुख्य रूप से यूकेएनए (UKNA) नामक एक उग्रवादी संगठन पर केंद्रित था। यूकेएनए एक गैर-एसओओ (Non-Suspension of Operation) समूह है, जिसका अर्थ है कि उन्होंने सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौता (Suspension of Operation Agreement) नहीं किया है और वे अभी भी सक्रिय रूप से हिंसा में शामिल हैं। सेना ने अपने बयान में बताया कि यूकेएनए संगठन पिछले कुछ दिनों से कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहा था, जिससे क्षेत्र की शांति भंग हो रही थी:
गांव प्रमुख की हत्या: इस संगठन पर हाल ही में एक गांव प्रमुख की हत्या का आरोप लगा था।
धमकी और जबरन वसूली: यूकेएनए के सदस्य स्थानीय लोगों को डराने-धमकाने और उनसे जबरन वसूली करने जैसी गतिविधियों में शामिल थे।
अशांति फैलाने के प्रयास: संगठन लगातार क्षेत्र में शांति भंग करने और नए सिरे से हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहा था।
सुरक्षा बलों की यह त्वरित और सटीक कार्रवाई मणिपुर में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे तत्वों के लिए एक कड़ा संदेश है।
नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता
मणिपुर पिछले लंबे समय से अंतर-जातीय संघर्ष और हिंसा का सामना कर रहा है। ऐसे में सेना और असम राइफल्स द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और शांति बहाली के प्रयासों को मजबूत करना है। उग्रवादी संगठनों द्वारा की जा रही हिंसा और धमकियों के कारण कई ग्रामीण क्षेत्रों में भय का माहौल बना हुआ था। इस एनकाउंटर से स्थानीय लोगों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
यह खबर लिखे जाने तक, इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और सुरक्षा बल स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। राज्य प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सुरक्षा बलों का सहयोग करने की अपील की है। सेना के आला अधिकारी लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।