शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के खिलाफ मोदी सरकार को सक्रिय प्रतिक्रिया देनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से करते हुए कहा कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तो नरेंद्र मोदी उन्हें 'मूक प्रधानमंत्री' कहते थे, लेकिन अब खुद चुप क्यों हैं?
राउत ने कहा कि चीन जैसे देश इस मुद्दे पर सक्रिय हैं, जबकि भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि देश के अन्य छोटे देश जैसे सिंगापुर और नेपाल भी इस आदेश के खिलाफ अपनी बात रख रहे हैं, लेकिन भारत का प्रधानमंत्री चुप क्यों है?
इसके अलावा, संजय राउत ने तमिलनाडु के राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि राज्यपालों को संविधान और नियमों के अनुसार काम करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी द्वारा नियुक्त राज्यपाल संविधान के खिलाफ काम कर रहे हैं।
राउत ने महाराष्ट्र के मंत्री आशिष शेलार के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष के अधीन समिति में काम करने पर भी सवाल उठाए और कहा कि यदि कोई और होता तो बीजेपी इस्तीफा मांगती। उन्होंने आशिष शेलार से इस्तीफा देने की मांग की।
अंत में, उन्होंने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे आर्थिक अपराधियों को भारत वापस लाने की मांग की और कहा कि जैसे अबू सलेम को पुर्तगाल ने भारत को सौंपा था, वैसे ही इन अपराधियों को भी भारत लाया जाना चाहिए।