न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कोच गैरी स्टीड ने हाल ही में एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। उन्होंने टीम के मुख्य कोच पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है। यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब न्यूजीलैंड टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ हाल ही में वनडे और टी-20 सीरीज में शानदार जीत दर्ज की है। उनके इस फैसले से क्रिकेट फैंस और जानकार हैरान हैं।
गैरी स्टीड ने 2018 में माइक हेसन के स्थान पर न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के हेड कोच का पद संभाला था। उनके कार्यकाल में टीम ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। हालांकि, अब यह सवाल उठ रहा है कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए कोच की भूमिका निभाना जारी रखेंगे या नहीं। इस पर अंतिम निर्णय आने वाले कुछ हफ्तों में लिया जाएगा।
पांच वर्षों की सफल कोचिंग यात्रा
गैरी स्टीड के कोच बनने के बाद से न्यूजीलैंड टीम में एक नया जोश और रणनीतिक स्पष्टता देखने को मिली। उन्होंने टीम को 2019 विश्व कप फाइनल तक पहुंचाया, जहां न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ रोमांचक मुकाबला खेला। हालाँकि, न्यूजीलैंड को सुपर ओवर में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद टीम की प्रदर्शन की व्यापक सराहना हुई।
उनकी कोचिंग के दौरान न्यूजीलैंड ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का पहला संस्करण 2021 में जीता, जिसमें भारत को हराकर इतिहास रच दिया। इसके अलावा उन्होंने सीमित ओवरों के फॉर्मेट में भी टीम को निरंतर सफलता दिलाई। पाकिस्तान के खिलाफ हालिया जीत भी उनके कुशल मार्गदर्शन का ही प्रमाण है।
गैरी स्टीड का कोचिंग स्टाइल
गैरी स्टीड को एक शांत, समझदार और रणनीतिक कोच के रूप में जाना जाता है। वह खिलाड़ियों के साथ संवाद को प्राथमिकता देते थे और व्यक्तिगत प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर जोर देते थे। उनका फोकस युवाओं को मौके देने और टीम के भीतर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाए रखने पर रहा।
उन्होंने केन विलियमसन जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ शानदार तालमेल बनाया और साथ ही डेवोन कॉनवे, ग्लेन फिलिप्स, फिन एलन जैसे नए खिलाड़ियों को भी टीम का हिस्सा बनाया और उन्हें आत्मविश्वास के साथ खेलने का मौका दिया।
इस्तीफे का कारण: अनुमान और अटकलें
गैरी स्टीड ने अपने इस्तीफे का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि लंबे समय तक एक ही भूमिका निभाने के बाद वह खुद को नए विकल्पों के लिए तैयार करना चाहते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं।
इसके अलावा, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड अब कोचिंग संरचना में बदलाव की दिशा में सोच रहा है, जिसमें सफेद और लाल गेंद के लिए अलग-अलग कोच की नियुक्ति हो सकती है। ऐसी स्थिति में गैरी स्टीड टेस्ट कोच की भूमिका में बने रह सकते हैं।
क्या टेस्ट कोच के रूप में लौटेंगे स्टीड?
गैरी स्टीड ने इस सवाल पर कोई सीधा उत्तर नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने संकेत जरूर दिए हैं कि यदि टीम को उनकी जरूरत होगी तो वह इस पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा न्यूजीलैंड क्रिकेट की सेवा करना एक सौभाग्य माना है। यदि मुझे किसी भूमिका में योगदान करने का अवसर मिलता है, तो मैं उसका स्वागत करूंगा।"
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड भी इस पर विचार कर रहा है कि कोचिंग संरचना को किस तरह आगे बढ़ाया जाए। संभव है कि बोर्ड टेस्ट और सीमित ओवरों के प्रारूपों के लिए अलग-अलग कोच नियुक्त करे। ऐसी स्थिति में गैरी स्टीड को टेस्ट क्रिकेट के लिए फिर से नियुक्त किया जा सकता है।
संभावित उत्तराधिकारी कौन?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि गैरी स्टीड के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम का अगला कोच कौन होगा? संभावित नामों में शेन बोंड, स्टीफन फ्लेमिंग और डेनियल विटोरी शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक का क्रिकेट और कोचिंग में गहरा अनुभव है।
शेन बोंड फिलहाल इंटरनेशनल क्रिकेट और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में सक्रिय कोचिंग कर रहे हैं। डेनियल विटोरी भी कोचिंग के क्षेत्र में खुद को स्थापित कर चुके हैं और विभिन्न टीमों के साथ काम कर चुके हैं। वहीं, स्टीफन फ्लेमिंग का नाम हमेशा से न्यूजीलैंड कोचिंग के संदर्भ में सबसे आगे रहता है, लेकिन वह फिलहाल चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े हुए हैं।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
गैरी स्टीड के इस्तीफे पर टीम के कई खिलाड़ियों ने प्रतिक्रिया दी है। कप्तान केन विलियमसन ने कहा, "गैरी के साथ काम करना एक बेहतरीन अनुभव रहा। उन्होंने टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और हर खिलाड़ी के विकास में योगदान दिया। उनकी कमी हमें जरूर खलेगी।"
ग्लेन फिलिप्स और डेवोन कॉनवे जैसे युवा खिलाड़ियों ने भी उनके मार्गदर्शन की प्रशंसा की और कहा कि स्टीड ने उन्हें आत्मविश्वास और खेल की समझ दी।
भविष्य की राह
न्यूजीलैंड क्रिकेट अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है। गैरी स्टीड का योगदान लंबे समय तक याद किया जाएगा, लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम अगला कोच किसे नियुक्त करती है और वह किस दिशा में टीम को आगे ले जाता है।
अगर स्टीड टेस्ट कोच के रूप में लौटते हैं, तो यह उनके और टीम दोनों के लिए लाभदायक हो सकता है, क्योंकि रेड बॉल क्रिकेट में उनकी रणनीतिक सोच और अनुभव काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
निष्कर्ष
गैरी स्टीड का हेड कोच पद से इस्तीफा क्रिकेट विश्व के लिए एक बड़ी खबर है। उनकी कोचिंग में न्यूजीलैंड ने कई उपलब्धियां हासिल कीं और वह एक स्थिर और सम्मानित कोच के रूप में जाने जाते रहे हैं। अब न्यूजीलैंड क्रिकेट एक बदलाव के दौर से गुजर रही है, और आने वाले हफ्तों में यह साफ हो जाएगा कि भविष्य की कोचिंग जिम्मेदारी किसके हाथों में जाएगी।