रांची न्यूज डेस्क: रांची एयरपोर्ट पर शुक्रवार को इंडिगो की उड़ानें रद्द होने से यात्रियों की परेशानी चरम पर दिखी। सुबह से ही एयरपोर्ट पर भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन किसी को यह पता नहीं था कि उनकी फ्लाइट उड़ान भरेगी या नहीं। लोग घंटों कतार में खड़े रहे, मगर एयरलाइन स्टाफ के पास स्पष्ट जानकारी नहीं थी। अधिकांश यात्रियों का कहना था कि उन्हें कैंसिलेशन की सूचना पहले से नहीं दी गई।
कई लोग बेहद जरूरी काम से यात्रा पर निकले थे, लेकिन उनकी सारी योजनाएँ ठप हो गईं। किसी को शादी में शामिल होना था, किसी का रिपोर्टिंग टाइम निकल गया, तो कुछ मरीजों के इलाज के लिए जा रहे थे। इंतजार करते-करते यात्रियों की उम्मीद और धैर्य दोनों टूटते नजर आए। थकान से भरे चेहरों पर सिर्फ नाराज़गी थी— “यदि पहले बताया होता तो दूसरा विकल्प खोज लेते।”
काउंटरों पर यात्रियों और स्टाफ के बीच बहस कई बार इतनी बढ़ी कि सुरक्षा कर्मियों को बीच में आना पड़ा। फ्लाइट देरी और रद्द होने की वजह से कई यात्री देर रात तक वहीं अटके रहे। बच्चों और बुजुर्गों के लिए स्थिति और मुश्किल हो गई थी। इंटरनेट पर भी यात्रियों ने एयरलाइन पर गलत सूचना देने, लापरवाही और जिम्मेदारी से बचने के आरोप लगाए।
रांची में इंडिगो की 11 उड़ानें कैंसिल की गईं और 7 फ्लाइट्स 5 घंटे से ज्यादा देरी से रवाना हुईं। एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर अफरातफरी थी, लेकिन पार्किंग में सन्नाटा— कई लोग फ्लाइट रद्द होने की जानकारी मिलते ही घर लौट गए। एयरपोर्ट अधिकारियों का दावा है कि जल्द संचालन सामान्य हो जाएगा, लेकिन यात्रियों का भरोसा फिलहाल डगमगाया हुआ है।